पेपर लीक मामले में गिरफ़्तार DIOS ब्रजेश मिश्रा की संपत्ति का हुआ खुलासा, करोड़ों का निकला मालिक
बलिया। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) बोर्ड 12वीं कक्षा का अंग्रेजी का पेपर बुधवार 30 मार्च को लीक (paper leak) हो गया था। पेपर लीक होने के मामले में एसटीएफ वाराणसी यूनिट (STF Varanasi Unit) को जाँच (investigation) सौंपी गई थी। जाँच मिलने के बाद एसटीएफ बलिया (STF Ballia) पहुँची और कार्रवाई करते हुए डीआईओएस ब्रजेश मिश्रा (DIOS Brajesh Mishra) समेत 17 आरोपियों (accused) को गिरफ़्तार (arrest) कर लिया।
गिरफ़्तार आरोपियों में कई स्कूल के प्रबंधक (manager), प्रिंसिपल (principal) और एक पत्रकार (journalist) भी शामिल है। आपको बता दें कि डीआईओएस ब्रजेश मिश्रा का नाम सामने आने के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित (suspend) कर दिया गया है। बलिया जिले के डीआईओएस ब्रजेश मिश्रा का विवादों (controversies) से पुराना नाता रहा है। उनकी गिनती एक भ्रष्ट अधिकारी (Corrupt Officer) के रूप में होती है और वो पहले भी भ्रष्टाचार (corruption) के आरोपों में घिरे रहे हैं।
बृजेश मिश्रा के पास अकूत संपत्ति (great asset) का भी खुलासा हुआ है। न्यूज़ 18 की खबर के मुताबिक, बृजेश मिश्रा के पास प्रयागराज (Prayagraj) के सिविल लाइन के पाश इलाके में करोड़ों की कोठी है। यह कोठी सिविल लाइन के हनुमान मंदिर के बगल में स्थित है। ऐसा बताया जा रहा है कि प्रयागराज में 2007 से 2009 तक बीएसए (BSA) के पद पर तैनाती के दौरान ही उन्होंने इसे खरीदा था। उस वक्त तत्कालीन डीएम आशीष कुमार गोयल (DM Ashish Kumar Goyal) ने भ्रष्टाचार के मामले में उनके आवास पर छापेमारी (raid) की थी।
हालांकि वहाँ से कैश बरामद नहीं हुआ था, लेकिन पूरे मामले में किरकिरी बहुत हुई थी। बृजेश मिश्रा शिक्षा विभाग (education department) में अपने साठ-गाँठ के लिए भी जाने जाते हैं। प्रयागराज के अलावा प्रतापगढ़ (Pratapgarh), हरदोई (Hardoi) व जौनपुर (Jaunpur) में भी इनकी तैनाती रही है। हरदोई में बीएसए रहते हुए बृजेश मिश्रा के पास डीआईओएस का भी चार्ज था। यहाँ पर मनमाने ढंग से बोर्ड परीक्षा (board examination) के केंद्र बनाने और शिक्षक भर्ती मामले में भी वह फँसे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जौनपुर में भी ब्रजेश मिश्रा पर शिक्षक भर्ती में धांधली का आरोप (allegation of fraud) लगा था।
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इसके अलावा ब्रजेश मिश्रा पर नियमों को ताक पर रख कर अपनी पत्नी को भी सहायक शिक्षक पद पर नियुक्ति कराने का आरोप लगा था। लेकिन अपनी ऊँची पहुँच और रसूख के चलते बृजेश मिश्रा पर कभी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। अब जब बलिया से पेपर लीक का मामला सामने आया तो ब्रजेश मिश्रा की लगातार हो रही पोस्टिंग पर भी सवाल उठने लगे हैं। ब्रजेश मिश्रा मूलतः बिहार (Bihar) के रहने वाले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा बताया जा रहा है कि ब्रजेश मिश्रा का बिहार में एक शापिंग मॉल (shopping mall) भी है। तो वहीं, अब ब्रजेश मिश्रा की संपत्ति भी यूपीएसटीएफ (UP STF) के निशाने पर आ गई है। जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली योगी सरकार (Yogi Government) जिस तरह से इस मामले में सख़्त कार्यवाही कर रही है उससे साफ है कि आने वाले दिनों में डीआईओएस बृजेश मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ेंगी।