लखनऊ मेट्रो स्टेशन पर नाबालिग से छेड़छाड़ करने वाला आरोपी युवक चढ़ा पुलिस के हत्थे, RTO कर्मचारी के रूप में हुई पहचान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के मेट्रो स्टेशन (metro station) पर नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ (tampering) करने वाले आरोपी (charged) को पुलिस (police) ने आलमबाग (Alambagh) से गिरफ़्तार (arrest) कर लिया है। आरोपी की पहचान आरटीओ कर्मचारी (RTO employee) कुलदीप सिंह चौहान के रूप में हुई। लिफ्ट (elevator) में छात्रा से छेड़खानी का आरोपी शख़्स अब कभी भी लखनऊ मेट्रो में सफ़र नहीं कर सकेगा। मेट्रो के एमडी कुमार केशव के मुताबिक, आरोपी कुलदीप सिंह चौहान का मेट्रो कार्ड निरस्त कर दिया गया है।
कल से UP में बदल सकता है मौसम का रूख, मौसम विभाग ने लगाया बारिश व अंधड़ का अनुमान
इसके साथ ही कंट्रोल रूम (control room) और सिक्यॉरिटी रूम (security room) को आरोपित की तस्वीरें मुहैया करवा दी गई हैं। यही नहीं, जेल (jail) से छूटने के बाद भी अगर आरोपी मेट्रो स्टेशन में दाखिल हुआ तो फेस डिटेक्शन तकनीक (face detection technology) से उसकी तुरंत पहचान हो जाएगी और उसे पकड़कर बाहर कर दिया जाएगा। छात्रा से छेड़छाड़ का आरोपी मेट्रो कार्ड धारक था।
छेड़छाड़ की घटना के बाद सीसीटीवी (CCTV) में उसे भागते हुए देखा गया। इस पर उसकी डिटेल निकाली गई तो पता चला कि उसने मेट्रो कार्ड के ज़रिए स्टेशन में एंट्री की थी। कार्ड की डिटेल निकालने पर उसका नंबर मिल गया। उस फोन नंबर से पुलिस (police) ने उसकी लोकेशन (location trace) पर नज़र रखना शुरू किया तो उसकी लोकेशन केडी सिंह बाबू स्टेडियम मेट्रो स्टेशन के पास मिली। पुलिस ने तुरंत दबिश देकर उसे धर दबोचा और जेल भेज दिया।
शिकंजी का पैसा माँगना बन गई मौत की वजह, मनभढ़ रिक्शा चालकों ने पीट-पीटकर गरीब को उतारा मौत के घाट
मेट्रो के एमडी कुमार केशव के मुताबिक, लखनऊ मेट्रो की लिफ्ट से लेकर ट्रेन के भीतर तक महिलाओं की सुरक्षा (women’s safety) के पुख़्ता इंतज़ाम हैं। मेट्रो स्टेशनों पर लगी लिफ्ट में हॉटलाइन बटन (hotline button) लगे हैं। इनका इस्तेमाल करते ही स्टेशन कंट्रोलर और सुरक्षा कर्मचारियों को उस लिफ्ट की जानकारी तुरंत हो जाएगी, जहाँ महिला को दिक्कत है। इसी तरह ट्रेन के हर कोच (train’s coach) में दो सुरक्षा कैमरा और टॉक-बैक बटन (talk back button) लगा हुआ है।