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घास फूस से बनी बायो-फर्टिलाइजर और आलू उत्पादन की नई तकनीक भेजी जाएगी लैब….

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (Barabanki) में बनी घास फूस से बनी बायो-फर्टिलाइजर और आलू उत्पादन की 56 इंच की नई तकनीक किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जिले के किसान मेवालाल ने इसे तैयार किया है। इस बायो-फर्टिलाइजर को देखने कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज सिंह, कृषि सचिव योगेश कुमार, विदेश व्यापार के कृषि सचिव अनुराग यादव पहुंचे। आपको बता दें कि टीम ने हरख ब्लॉक के ग्राम पंचायत दौलतपुर में पद्मश्री प्रगतिशील किसान राम सरन वर्मा की 56 इंच की नई तकनीक से की जा रही आलू की खेती को भी देखा।

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जानकारी के मुताबिक किसान राम सरन के अपने खेतों में आलू, केले, टमाटर और स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं। आयुक्त ने कहा कि योगी सरकार की मंशा के अनुरूप आज प्रदेश के किसान खेती में नया प्रयोग करके अच्छा लाभ कमा रहे हैं। हमारी कोशिश है कि प्रदेश के बाकी किसान भी नए तरीके की किसानी सीखने के लिए आएं, जिससे वह भी इन नई तकनीक को अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकें। इस दौरान कृषि उत्पादन आयुक्त ने आस-पास के गांव से आए किसानों से भी बातचीत भी की।

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