सीएम योगी के इकोनॉमिक मैनेजमेंट का असर,जानिए क्या है GST Composition Scheme….
लखनऊ: प्रदेश में पहली बार सरकार को पिछले साल जून माह की तुलना में इस साल जीएसटी कंपोजिट स्कीम (GST Composition Scheme)में 360 और रेग्यूलर जीएसटी में 50 फीसदी का ईजाफा हुआ है। इस दौरान ओवरआल जीएसटी कलेक्शन (GST Collection)भी 102 फीसदी बढ़ा है और इस साल जून माह तक कुल 25,916 करोड़ रुपए जीएसटी मिला है। इसी तरह तीसरे नंबर पर आयरन और स्टील में साढ़े 41.50 और चौथे नंबर पर केमिकल में करीब 41 फीसदी की बढोतरी हुई है। पांचवें नंबर पर एफएमसीजी में 26, छठे पर इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स में करीब 25 फीसदी और सातवें पर बिल्डिंग मटैरियल में 21 फीसदी अधिक जीएसटी फाइल की गई है।
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आठवें नंबर पर मशीनरी और पार्ट्स में 16.37, नौंवे नंबर पर सर्विस सेक्टर में दो फीसदी की उपलब्धि दर्ज की गई है। वर्तमान में जीएसटी पंजीकृत व्यापारियों की संख्या 26 लाख से अधिक है। अगले छह माह में इसे 30 लाख तक बढ़ाएं। सीएम योगी के लगातार निर्देशों के कारण अप्रैल से जुलाई के बीच जीएसटी में 1,03,052 नये कारोबारियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.सरकार को फार्मा और मेडिकल उपकरणों में पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 334.71 करोड़ का जीएसटी मिला था।
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इस दौरान वैश्विक महामारी कोरोना का प्रभाव अधिक होने के कारण इस सेक्टर में उछाल था, लेकिन वर्तमान वित्त वर्ष के पहले तिमाही में परिस्थितियां अनुकूल होने के कारण 6.35 फीसदी की कमी आई है और सरकार को 313.46 करोड़ रुपए का जीएसटी मिला है। छोटे करदाता कारोबार की निश्चित दर पर जीएसटी का भुगतान कर सकते हैं। इस योजना को किसी भी करदाता द्वारा चुना जा सकता है, जिसका कारोबार 1.5 करोड़ रुपए से कम है।