“”लोभ ग्रस्त मानव समाज ..”” |good thought in hindi | Good Thoughts…
""लोभ ग्रस्त मानव समाज ..""
हाँ मुझे पीड़ा होती है ..
क्योंकि प्रकृति से मुझे प्यार है
हाँ मुझे पीड़ा होती है ..
जब किसान कि लहलहाती फसलें बर्बाद होतीं हैंं .
हाँ मुझे पीड़ा होती है ..
जब मेरी नजरों के सामने पले बढ़े हरे हरे पेड़ों को काटा…